बिहार में नौ सड़कों और एक पुल परियोजना के निर्माण का रास्ता साफ हो गया है। बिहार सरकार और एशियाई विकास बैंक के बीच इस पर सहमति बन गई है।
इन सड़कों का निर्माण एडीबी से मिले लोन से होगा। इन सड़क परियोजनाओं का डीपीआर पथ निर्माण विभाग के पास तैयार है। अब विभाग को बस इन परियोजनाओं को चरणबद्ध तरीके से प्रशासनिक स्वीकृति देकर डीपीआर एडीबी को सौंपना है।
डीपीआर के आधार पर एडीबी बिहार सरकार को 5100 करोड़ रुपये का लोन देगा। लोन देने पर सैद्धांतिक सहमति बन गई है। एडीबी की टीम ने अपनी ओर से लोन देने पर सैद्धांतिक सहमति दे दी है। बनने वाली सड़कें स्टेट हाइवे और एमडीआर (मेजर डिस्ट्रिक्ट रोड) टाइप की हैं।
इन सड़कों को दो लेन का बनाया जाएगा। हाल ही में एडीबी का एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल बिहार दौरे पर आया था। कार्यपालक निदेशक समीर कुमार खरे के नेतृत्व में इस प्रतिनिधिमंडल ने मुख्य सचिव के साथ बैठक की थी। कुल 482 किलोमीटर सड़क बननी है
बैंक अधिकारियों के साथ हुई इस बैठक में राज्य की इन सभी सड़क परियोजनाओं पर काम करने पर सहमति बनी। 482 किलोमीटर सड़क परियोजनाओं के लिए कुल 5153 करोड़ की जरूरत है। बिहार राज्य पथ विकास निगम के प्रस्ताव पर एडीबी के अधिकारियों ने ऋण लेने की औपचारिक प्रक्रिया शुरू करने का सुझाव भी दिया था। विभाग जल्द ही इस पर काम शुरू करने जा रहा है।
दो साल में निर्माण का लक्ष्य
विभाग के अधिकारियों का कहना है कि अगर अगस्त-सितंबर तक ऋण मिलने की प्रक्रिया पूरी हो जाती है तो सितंबर-अक्टूबर तक पथ विकास निगम और एडीबी के बीच ऋण पर सहमति बन जाएगी। जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया भी शुरू हो जाएगी। सरकार ने तय किया है कि अगले दो साल के अंदर निर्माण पूरा कर लिया जाएगा।
सड़क किमी लागत (करोड़ में)
बानगंगा-जेठियन-गहलोत-भिंडस 41.60 407.46
धोरैया-इंग्लिश मोर-असरगंज 58 595.78
सीतामढ़ी-पुपरी-बेनीपट्टी 51.35 517.05
छपरा-मांझी-दरौली-घुठनी 71.60 684.22
आरा-एकौना-खैरा-सहार 32.30 322.35
ब्रह्मपुर-कोरनसराय-इटाढ़ी-जलीपुर 80 792.59
अतरबेल-जाले-घोघराचट्टी 31.70 449.56
गणपतगंज-परवाहा 53.50 644.04
मधुबनी-राजनगर-बाबूबरही-खुटौना 41.10 511.07
हथौड़ी-औराई मार्ग पर पुल 21 228.99